वक्त बदल जाता है जिंदगी के साथ जिंदगी बदल जाती है वक्त के साथ वक्त नहीं बदलता दोस्तों के साथ बस दोस्त बदल जाते हैं वक्त के साथ… अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसा ही सिलसिला लिखा है, छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर, जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर, तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त, मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर. किसी ने वक़्त गुजारने के लिए अपना बनाया, तो किसी ने अपना बना कर वक़्त गुज़ार लिया…… कोन किसका रकीब (enemy) होता है, कोन किसका हबीब (friend) होता है बन जाते रिश्ते -नाते जहा जिसका नसीब होता है| ज़िंदगी में अगर तुम अकेले हो तो प्यार करना सिख़लो, और प्यार खूबसूरत है वो लब……जिन पर, दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए!! खूबसूरत है वो दिल जो किसी के, दुख मे शामिल हो जाए !कर लिया हैं तो इज़हार करने भी सिख़लो. अगर इज़हार करना नही सीखा तो, ज़िंदगी भर प्यार के यादों में रोना सिख़लो…. ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता, बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता, है जो पास उसे संभाल के रखना, खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता… ..